भारत में राज्य के नीति निर्देशक सिद्धान्तों के प्रकारों की व्याख्या कीजिये ।
नीति निर्देशक सिद्धांतों का वर्गीकरण
नीति - निर्देशक सिद्धान्तों को चार श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है । वे हैं :
- आर्थिक और सामाजिक सिद्धांत ;
- गाँधीवादी सिद्धांत ;
- अन्तर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा से संबंधित सिद्धांत और
- विविध सिद्धांत
आर्थिक और सामाजिक सिद्धांत
लोगों के सामाजिक और आर्थिक कल्याण के लिए राज्य निम्नलिखित प्रयास करेगा :
- स्त्री और पुरुष दोनों के लिए आजीविका का पर्याप्त साधन जुटाना ।
- कुछ हाथों में संपति का संकेन्द्रण रोकने के लिए आर्थिक व्यवस्था का पुनर्गठन ।
- समान कार्य के लिए स्त्री और पुरुष दोनों को समान पारिश्रमिक मिले ।
- स्त्री, पुरुष और बच्चों के लिए योग्य रोजगार एवं कार्य का स्वच्छ वातावरण तैयार करना ।
- बच्चों को शोषण और नैतिक अधोगति से बचाना ।
- रोजगार एवं शिक्षा का अधिकार तथा बेराजगारी, बुढ़ापे, बीमारी एवं असमर्थता की स्थिति में सरकारी सहायता के कारगर उपाय करना ।
- कार्य का न्यायोचित एवं मानवीय वातावरण तैयार करना एवं प्रसूति सेवा की व्यवस्था करना ।
- सार्वजनिक उपक्रमों के प्रबंधन में मजदूरों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाना ।
- कामगारों विशेषकर अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों के लिए शिक्षा प्रबंध एवं उनके आर्थिक हितों को बढ़ावा देना ।
- सभी कामगारों के लिए उचित अवकाश एवं सांस्कृतिक मनोरंजन के अवसर उपलब्ध कराना ।
- जीवन स्तर को ऊँचा करने एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुविधा प्रदान करना ।
- छ : साल तक के सभी बच्चों को बाल्यकाल की सुविधाएँ एवं शिक्षा की व्यवस्था करना ।
गांधीवादी सिद्धांत
कुछ सिद्धांत ऐसे हैं जो महात्मा गांधी के आदर्शों के आधार पर बनाए गए हैं । ये निम्नलिखित हैं :
- गांव में पंचायतों का गठन करना ।
- गांव में कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देना ।
- नशीले पदार्थों और शराब , आदि पर प्रतिबंध लगाना जो कि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं ।
- गाय , भैंस आदि दुधारू पशुओं की नस्लों को सुधारना तथा उनके वध पर प्रतिबंध लगाना ।
विविध नीति - निर्देशक सिद्धांत
विश्व शांति एवं सुरक्षा की दिशा में सहयोग का वातावरण तैयार करने के लिए भारत निम्नलिखित उपाए करेगा :-
- अन्तर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा को बढ़ावा ।
- राष्ट्रों के बीच न्यायोचित एवं सम्मानजनक संबंध स्थापित करना ।
- अन्तर्राष्ट्रीय कानून एवं संधि से उत्पन्न दायित्वों का सम्मान करना ।
- अन्तर्राष्ट्रीय विवादों का पारस्परिक समझौते के द्वारा हल ढूंढना ।
विविध नीति - निर्देशक सिद्धांत
इस वर्ग के सिद्धांत राज्य को निर्देश देते हैं कि : -
- सभी भारतीयों के लिए समान आचार संहिता ( सिविल ) बनाई जाए ।
- ऐतिहासिक इमारतों का संरक्षण किया जाए ।
- पर्यावरण को प्रदूषण रहित बनाना एवं वन्य जीवन का संरक्षण किया जाए ।
- उपयुक्त विधायन के द्वारा निःशुल्क कानूनी सहायता की व्यवस्था की जाए ।