जेट धाराएं क्या है, यह किस तरह से भारत की जलवायु को प्रभावित करती है ?
जेट धाराएँ वायुमंडल में तेजी से घूमने और बहने वाली वायु की धाराएँ होती हैं । यह क्षोभमंडल के ऊपरी सतह पर बहुत ही तेज गति से चलने वाली वायु प्रणाली है । यह धाराएँ पश्चिम से पूर्व की ओर बहती हैं , और वायुमंडल में 8 से 12 किलोमीटर की ऊंचाई पर होती है । जेट धाराएँ धरती पर एक आवरण के रूप में कार्य करती हैं , जो निचले वातावरण के मौसम को प्रभावित करती हैं ।
ये भारत की जलवायु को निम्न तरीके से प्रभावित करते हैं -
- ये धाराएँ भारत के उत्तर और पश्चिमी भाग में पश्चिमी प्रवाह को लाने में सहायक होती हैं ।
- ये धाराएँ भारत के उत्तर और पश्चिमी हिस्से में शीतकालीन वर्षा लाने में सहायक होती है, जो कि रबी की फसल के लिए आवश्यक है ।
- इन धाराओं के प्रभाव से जुलाई माह से सितंबर तक भारत में मूसलाधार बारिस होती है । यह जेट हवाओं के कारण ही संभव होता है ।