सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार किस प्रकार से प्रत्येक धार्मिक समूह को अपने धार्मिक मामलों का प्रबंध करने की स्वतंत्रता देता है ? व्याख्या लीजिये ।

धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार किस प्रकार से प्रत्येक धार्मिक समूह को अपने धार्मिक मामलों का प्रबंध करने की स्वतंत्रता देता है ? व्याख्या लीजिये ।


धार्मिक कार्यों के प्रबंध की स्वतंत्रता : 

लोक व्यवस्था, सदाचार और स्वास्थ्य के अधीन रहते हुए, प्रत्येक धार्मिक संप्रदाय या उसके किसी अनुभाग को 

( क ) धार्मिक और परोपकारी प्रयोजनों के लिए संस्थाओं की स्थापना और संचालन का 
( ख ) अपने धर्म विषयक कार्यों का प्रबंध करने का 
( ग ) चल - अचल सम्पत्ति के अर्जन और स्वामित्व का और 
( द ) ऐसी संपत्ति का विधि के अनुसार प्रशासन करने का अधिकार होगा ।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

हिमाद्रि श्रेणी की मुख्य विशेषताओं की व्याख्या कीजिए ।

हिमाद्रि श्रेणी की मुख्य विशेषताओं की व्याख्या कीजिए । हिमाद्रि (सर्वोच्च हिमालय) यह हिमालय की सबसे उत्तरी तथा सबसे ऊँची पर्वत श्रृंखला है । हिमालय की यही एक पर्वत श्रेणी ऐसी है , जो पश्चिम से पूर्व तक अपनी निरन्तरता बनाए रखती है । इस श्रेणी की क्रोड ग्रेनाइट शैलों से बनी है , जिसके आस - पास कायान्तरित और अवसादी शैलें भी मिलती हैं । इस श्रेणी के पश्चिमी छोर पर नंगापर्वत शिखर ( 8126 मी . ) तथा पूर्वी छोर पर नामचावरवा शिखर ( 7756 मी . ) है । इस पर्वत श्रेणी की समुद्र तल से औसत ऊँचाई लगभग 6100 मी . है । इस क्षेत्र में 100 से अधिक पर्वत शिखर 6100 मी . से अधिक ऊँचे हैं । संसार की सबसे ऊँची पर्वत चोटी एवरेस्ट ( 8848 मी . ) इसी पर्वत श्रेणी में स्थित है । काँचनजुँगा ( 8598 मी . ) मकालू , धौलागिरि तथा अन्नपूर्णा आदि हिमाद्रि की अन्य चोटियाँ है जिनकी ऊँचाई आठ हजार मीटर से अधिक है । काँचनजुँगा भारत में हिमालय का सर्वोच्च शिखर है ।  हिमाद्रि पर्वत श्रेणी वर्ष भर हिमाच्छादित रहती है । इस हिमाच्छादित पर्वत श्रेणी में छोटी - बड़ी अनेक हिमानियाँ है । इन हिमानियों का बर्फ पिघल - पिघल कर उत्तर भारत की

ब्रह्मपुत्र नदी की किन्हीं दो सहायक नदियों के नाम लिखिए ।

ब्रह्मपुत्र नदी की किन्हीं दो सहायक नदियों के नाम लिखिए । ब्रह्मपुत्र नदी की किन्हीं दो सहायक नदियों के नाम - 1. सुवनश्री 2. तिस्ता 3. लोहित